क्षमा वीरस्य भूषणम

छोटा सा यह संसार, गलती हो जाती है कई बार।
कर लो स्वीकार, करते हैं क्षमा याचना बार-बार॥

जान कर या अनजाने मे, मन से, वचन से या कार्यों से, ज्ञात या अज्ञात भूल हो जाना स्वाभाविक है। आत्म शुद्धि के इस पावन पर्व क्षमावाणी दिवस पर आप सभी से विनयपूर्वक क्षमा याचना करता हूँ।