वो उठती-गिरती पलकें तेरी,
इनकी भाषा पढ़ न पाएं हम।
प्रेम की मौन स्वीकृति तेरी,
इसको समझ न पाएं हम।।
Life is full of OOHs, AAHs, WOWs, and HMMs. Every minute in life is a lesson to learn. This personal site is collection of such experiences.
वो उठती-गिरती पलकें तेरी,
इनकी भाषा पढ़ न पाएं हम।
प्रेम की मौन स्वीकृति तेरी,
इसको समझ न पाएं हम।।
वाह दिल को छू गयी
धन्यवाद विमल.
Imagination ke alawa esa khuch he jo hame yaad rhe itellagent bna ske please mere question ka answers dena