दीवानगी में patience
आजकल फेसबुक (या फंसेबुक) से वास्ता काफी कम हो गया है. होली – दीवाली ही इस बुक को खोलना होता है. ऐसे ही आज खोला तो एक जानकार ने अपनी भावनाओ को कुछ इस तरह से व्यक्त किया हुआ था: क्युँ तेरे बिन सब्र कर लेते है हम दीवानो सी बेसब्री से मरते है हर…
अपना दुःख, इनका दुःख
तेरह साल की एक बच्ची जिसको कैंसर की दवाई दी गयी. कैंसर तो पुरी तरह ठीक नही हुआ, उल्टा कुल्हे की हड्डीयाँ गल गयी. बढती उम्र की वजह से उसका कुल्हा भी नही बदला जा सकता. पैंतीस वर्षीया एक तलाकशुदा महिला जिसके शरीर को देखकर एक छोटे बच्चे के शरीर का आभास होता है. वजह…
तीन वाला दस में… तीन वाला दस में… यानी Black Marketing
जब मैने क, ख, ग पढ़्ना-लिखना सीखा तब से लेकर मैट्रिक पास करने तक जिस गुरू ने मेरा मार्गदर्शन किया, उस गुरू के पुत्र यानी मेरे गुरू भाई (यह बात अलग है कि वो मुझे अंकल बोलता है, शायद उम्र में अंतर की वजह से) का पहली बार दिल्ली आगमन था. उद्देशय था Combined Defence…
रोमांस चॉद और पृथ्वी का…
जापान में Earthquake और सुनामी से हुए ह्र्दय विदारक तांडव के समाचार ने पल भर के लिए सभी के दिल और दिमाग को सुन्न कर दिया. एक्दम से आँखों के सामने 26 दिसम्बर 2004 का वाक्या आ गया. हालॉकि जापान मे हुए नुक्सान का पुरा आकलन होना अभी बाकी है. तक्नीकी रूप से संपन्न जापान…
मल्लिका शेरावत Bankrupt हो रही है
शनिवार का दिन कुछ फुर्सत भरा रहता है. अत: ट्विटर और फेसबुक (या फंसेबुक) पर कुछ ज्यादा समय बिता लेता हुँ. इस विश्व व्यापी संजाल पर कुछ नया ढुंढने की कोशिश करता रहता हुँ. आज इसी तरह संजाल भ्रमण करते करते अचानक मल्लिका शेरावत का official वेब साईट सामने आ गया. मुझे मल्लिका शेरावत का…
और मैने complaint कर ही दी
“लालच बुरी बला है”, ऐसा कई बार सुना है. आपने भी सुना होगा. फिर भी कुछ लोग लालचवश अपना तो अपना, दुसरों का भी नुकसान कर बैठते हैं. 8-अक्टुबर को किसी कारणवश रांची जाना पडा. 9-अक्टुबर को सुबह रांची पहुँचा. जिस काम के लिये गया था वो किया. शाम को वापसी की टिकट वेटलिस्ट से…
Facebook या फंसेबुक
एक मित्र है डा. ज्ञान पाठक, पेशे से पत्रकार और समझ से दार्शनिक एवं डा. की उपाधि चिकित्सक वाली नही वरन डाक्ट्रेट वाली है. अब इन तीनो चीजों (पत्रकारिता, डाक्ट्रेट और दर्शनशास्त्र) का संगम होगा तो सब कुछ अलग हट कर ही होगा. सो इनका दर्शन भी हट कर है. अब पिछले हफ्ते मिले तो…
ये मेरी विडम्बना नहीं, की बुद्ध को मोक्ष क्यों मिला
एक जानकार हैं नवीन. तकनीकी ज्ञान में काफी आगे हैं, यह तो पता था. मोबाइल मंत्रा नाम की एक कंपनी के कर्ता-धर्ता हैं. आध्यात्मिकता के क्षेत्र में भी बडी उँची चीज है, लेकिन यह कुछ दिनों पहले ही पता चला. यह भी पता चला कि समय समय पर Life transformation workshop का आयोजन करते रहते…
Google बाबा हिन्दी में फिसड्डी
आज इंटरनेट से जुडा हर व्यक्ति किसी ना किसी रूप में गूगल की सेवायें लेता है, चाहे Gmail के रूप में या Google Search के रूप में या फिर Google Adsense के रूप में. यों तो Google का लगभग हर उत्पाद मुफ्त में प्रयोग के लिये उपलब्ध है लेकिन Adsense के रूप में किसी भी…
क्षमा वीरस्य भूषणम
छोटा सा यह संसार, गलती हो जाती है कई बार। कर लो स्वीकार, करते हैं क्षमा याचना बार-बार॥ जान कर या अनजाने मे, मन से, वचन से या कार्यों से, ज्ञात या अज्ञात भूल हो जाना स्वाभाविक है। आत्म शुद्धि के इस पावन पर्व क्षमावाणी दिवस पर आप सभी से विनयपूर्वक क्षमा याचना करता हूँ।
कल हो न हो, ये पल
वैसे तो यार – दोस्त काफी ईमेल एवं एस एम एस भेजते रहते हैं। कभी शेर-ओ-शायरी तो कभी जोक्स। सबके सब इनबाक्स मे आकर हजम हो जाते हैं। लेकिन अभी अभी एक मित्र ने ऐसा जानकारी भरा एस एम एस भेजा है कि आप लोगो के साथ बाटे बिना नही रहा जा रहा है। आने…