माँगने से मुहब्ब्त नही मिलती, फरियाद करने से दुआ नही मिलती.
याद करें क्यों उनको हम. जिनसे हमारी तकदीर नही बनती.
मुहब्ब्त नही मिलती
मुहब्ब्त नही मिलती

मुहब्ब्त नही मिलती
माँगने से मुहब्ब्त नही मिलती, फरियाद करने से दुआ नही मिलती.
याद करें क्यों उनको हम. जिनसे हमारी तकदीर नही बनती.
Great one,, I really enjoyed. keep it up
Thank You Rakesh ji.