थोड़ा ठहर जाओ

थोड़ा ठहर जाओ 1
थोड़ा ठहर जाओ ऐ सहर
कि तन्हाई अभी बाकी है।।

थोड़ा ठहर जाओ ऐ हवाओं
कि फिज़ा में उनकी खुशबू अभी बाकी है।।

थोड़ा ठहर जाओ ऐ बारिश
कि आँखो में समंदर अभी बाकी है।।

थोड़ा ठहर जाओ ऐ जिंदगी
कि उनकी यादें अभी बाकी है।।

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