रोक मत साकी…
तेरी नज़रो से छलकती मदिरा। रोक मत साकी मुझे आज पीने दे। तेरी साँसों की महकती खुशबु। रोक मत साकी आज मुझे मदहोश होने दे। भूल जाऊं ना उनकी याद तेरे आगोश में। रोक मत साकी आज मुझे दीवाना होने दे।
तेरी नज़रो से छलकती मदिरा। रोक मत साकी मुझे आज पीने दे। तेरी साँसों की महकती खुशबु। रोक मत साकी आज मुझे मदहोश होने दे। भूल जाऊं ना उनकी याद तेरे आगोश में। रोक मत साकी आज मुझे दीवाना होने दे।
जब से मैंने खुदा से मौत की ख्वाहिश की है। मेरी तन्हाई भी मुझसे ख़फ़ा ख़फा सी रहती है। महबूब के बाद तन्हाई ही मेरी हमसफर थी। जाने अब मौत आने तलक उम्र गुज़रेगी कैसे।
देख कर हमें उन्होंने मुँह मोड़ लिया। हमारी आवारगी को नकाब में ढक लिया। देख कर उन्हें हमने भी मुँह मोड़ लिया। उनकी दीवानगी को दिल में लिख लिया।
ए जिंदगी यूं ना भुला देना हमें कि ये शाम फिर आएगी। हम हो ना हो, दिल में हमारी याद फिर आएगी। जनाज़े पे मेरे यूँ ना आँसू बहाना कि सब तुम्हे दीवाना कहें। हम रहे ना रहे, हवाओ से हमारी खुशबू फिर आएगी।
बिहार में लोगो ने कहा कि सड़क खराब है तो लालू जी ने कहा कि सड़कों को हेमा मालिनी के गालों की तरह चिकना कर देंगे।देश में लोगो ने कहा कि ट्रेनो की अवस्था खराब है तो मोदी जी ने कहा कि बुलेट ट्रेन चला देँगे। रेल मंत्रालय में चपरासी से लेकर बाबू तक टाईम…
कदम बहकते थे हमारे। ज़माना हमें शराबी कहता था। गुम थे हम किसी के प्यार में। ज़माना हमें तनहा कहता था।
मृत्यु, एक शाश्वत सत्य जिंदगी का। फिर क्यों डरते हो तुम इससे। ये तो नेमत है उस परवरदिगार की। प्यार है उसका। निमंत्रण है तुम्हारे लिए। मिलने का उससे, उससे एकीकार होने का। फिर भी डरते हो। कहते हो बहादुर खुद को। और उस के बुलावे को नकारते हो। ये कैसी फितरत है, ये कैसी…
दिल के टुकड़े कई हुए, फिर भी चैन न आया। खाये धोखे कई बार, फिर भी चैन न आया। गिर गिर कर उठते रहे, उनसे मिलने की आस में तड़पते रहे। वो ना आये, उनकी याद ने ही दिल को करार दिलाया।