भूल जाऊँ तुझे कैसे।
जिंदगी के हर लम्हे में तेरी याद जो है।।
याद न कर पाऊं तुझे कैसे।
साँसों के हर कतरे में तेरा नाम जो है।।
सफर अधूरा छोड़ जाऊं कैसे।
मंजिल न सही, रास्ते का सहारा तू जो है।।
ग़मों में खो जाऊँ कैसे।
अंधेरों में भी तेरी तस्वीर की लौ जो है।।
March 16, 2019 at 14:36
I AM TOO MUCH IMPRESSED FROM THIS
March 19, 2019 at 23:01
Thank you, Raj.